जयपुर ।। राजस्थान के मुख्यमंत्री रविवार को अशोक गहलोत ने चर्चित लेखक सलमान रुश्दी के उस आरोप को खारिज कर दिया है और कहा कि उनकी जान को खतरे के बारे में जो जानकारी प्रशासन को मिली उसी के मुताबिक काम किया गया ।विवादास्पद साहित्यकार सलमान रुश्दी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनसे किसी ने झूठ नहीं बोला है।। इससे पहले रुश्दी ने ट्वीट किया था कि जान के खतरे के बारे में उन्हें गुमराह किया गया था।
अशोक गहलोत ने सरकार और प्रशासन का पक्ष साफ करते हुए कहा कि रुश्दी भारतीय मूल के लेखक हैं और इसलिए भारत आने के लिए उन्हें वीजा की जरूरत नहीं है। लेकिन, अगर कुछ संगठन किसी वजह से उनके आने का विरोध कर रहे हैं और इससे कानून और व्यवस्था को किसी तरह का खतरा पैदा होता है तो जरूरी कदम उठाकर कर शांति व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी बनती है। ने कहा कि उनकी जान को खतरे के बारे में जो जानकारी प्रशासन को मिली उसी के मुताबिक काम किया गया ।विवादास्पद साहित्यकार सलमान रुश्दी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनसे किसी ने झूठ नहीं बोला है।। इससे पहले रुश्दी ने ट्वीट किया था कि जान के खतरे के बारे में उन्हें गुमराह किया गया था।
रविवार को गहलोत ने सरकार और प्रशासन का पक्ष साफ करते हुए कहा कि रुश्दी भारतीय मूल के लेखक हैं और इसलिए भारत आने के लिए उन्हें वीजा की जरूरत नहीं है। लेकिन, अगर कुछ संगठन किसी वजह से उनके आने का विरोध कर रहे हैं और इससे कानून और व्यवस्था को किसी तरह का खतरा पैदा होता है तो जरूरी कदम उठाकर कर शांति व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी बनती है।
गौरतलब है कि जयपुर में चल रहे साहित्य महोत्सव में सलमान रुश्दी की मौजूदगी को लेकर विवाद चल रहा है। मुस्लिम संगठनों ने महोत्सव में उन्हें बुलाए जाने का विरोध किया था। इसके बाद जयपुर पुलिस ने इंटेलिजेंस रिपोर्टों के हवाले से कहा था कि उनकी जान को खतरा है। इन्हीं खतरों की वजह से रुश्दी ने जयपुर साहित्य महोत्सव में आने का इरादा बदल दिया। बाद में रुश्दी ने ट्वीट कर जयपुर पुलिस पर गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ' मैंने पता करवाया है। मुझसे झूठ बोला गया। मैं बहुत गुस्से में हूं। '
उन्होंने कहा कि यह बात सरासर गलत है कि उनसे झूठ कहा गया।इन सूत्रों के मुताबिक जयपुर पुलिस को केंद्र से खुफिया सूचना भेजी गई थी। अब वह खुफिया रिपोर्ट कितनी सही या गलत थी, यह देखना केंद्र का काम है।
उन्होंने कहा कि यह बात सरासर गलत है कि उनसे झूठ कहा गया।इन सूत्रों के मुताबिक जयपुर पुलिस को केंद्र से खुफिया सूचना भेजी गई थी। अब वह खुफिया रिपोर्ट कितनी सही या गलत थी, यह देखना केंद्र का काम है।

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